Saturday, May 11, 2013

हे माँ मेरी माँ .....

हे माँ मेरी माँ 
हे माँ मेरी माँ ...............
तू ही तो अपनी भगवान
परोपकारी,जान,अपनी  पहचान .
दर्द मेरे बदन, तुम्हे सताया
पीकर विष तुमने मुझे सफल बनाया .
तू जीवन धारा तुमसे कुसुमित जहाँ
हे माँ मेरी माँ तुम बिन बसंत कहाँ .
तेरे हाथ उठे जब-जब माँ
मिले तथास्तु के वरदान माँ मेरी माँ .
भगवान कृपा निधान मेरी माँ 
जिसने मुझे बनाया वो मेरी माँ .
कहते है,हैं कोइ सर्वशक्तिमान
हे माँ मेरी माँ मैंने तुम्हे  है पाया .
माँ तेरी याद जीवन थाती
जीवनदायिनी माँ तू दीया बाती .
याद रहेगा सदा तेरी नेकी का पैगाम
हे माँ मेरी माँ तुम्हे शत-शत प्रणाम ..डॉ नन्द लाल भारती 12.05.2013
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मदर्स डे  की हार्दिक मंगलकामनाएँ .....
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